About Hindi poetry
मंद झकोरों के प्यालों में मधुऋतु सौरभ की हाला गौरव भूला, आया कर में जब से मिट्टी का प्याला, किसी तपोवन से क्या कम है मेरी पावन मधुशाला।�
मंद झकोरों के प्यालों में मधुऋतु सौरभ की हाला गौरव भूला, आया कर में जब से मिट्टी का प्याला, किसी तपोवन से क्या कम है मेरी पावन मधुशाला।�